लेमेन्स इवैंजलिकल फैलोशिप इंटरनैशनल

संदेश-उपदेश


क्या आप विश्वास में आगे बढ़ रहे है?
(Are you growing in faith)



पुरानी दुनिया पर दया नही दिखाई गयी, परंतु नूह और उसे मिलाकर आठ लोगों को बचाया गया, नूह धार्मिकता का प्रचारक था और अधर्मियो की दुनिया पर बाढ़ आई; और सदोम और ओमोरा के शहरों को प्रकट रूप मे विनाश कर दंडित किया गया। और इस घटना को दुष्टता भरे जीवन जीने वालो के लिए एक नमूने के तौर पर रखा गया; सिर्फ लूत का उद्दार किया गया जो दुष्टो की गंदी आलोचना से दुःखी था। जैसा कि धार्मिक उन दुष्टो के बीच निवास कर रहे थे एवं उन्हे देख कर, उनकी बातें सुन कर और उनके अवैध कामों को देख कर दिन प्रति दिन उनकी आत्मा दुःखी होती थी। पतरस जो एक अनुभवी जन था और लूत के विषय मे उनका यूँ कहना है कि वह दुष्टों की बातों से दुःखी था। लूत एक धार्मिक पुरुष तो था परंतु वैसा नही जैसा परमेश्वर चाहते थे। उसके अंदर विश्वास की कमी थी। उसने अब्राहम के अंतर्गत प्रशिक्षण तो पाया था लेकिन वह विश्वास में आगे नही बढ़ा। मैं एक ऐसे प्रचारक से मिला जो अपनी जिम्मेदारियो को बहुत अच्छी तरह से निभाता था। और मैं उसे देखकर काफी प्रभावित हुआ और यह सोचने लगा कि इसने इन चीज़ो को कहाँ से सीखा। वह एक महान बिशप के द्वारा प्रशिक्षित किया गया था। परंतु मैं ने यह पाया कि वह बहुत बुरी तरह से विफल हुआ। वह एक ऐसा व्यक्ति था जो अपनी बिमारी के दौरान चंगाई पाने पर परमेश्वर की ओर फिरा था, ऐसा परिवर्तन बहुत गहरा नही होता है। यह सच है कि कठिनाई लोगो को परमेश्वर की ओर फेरती है। परंतु जब मुसीबत टल जाए तो इन्सान को सम्पूर्ण रूप से शुद्ध होना चाहिए। और सिर्फ पवित्र आत्मा ही ऐसा सच्चा परिवर्तन दिला सकता है। लूत धार्मिक अवश्य था परंतु वह अपनी धार्मिकता का असर किसी दूसरे को दे न सका, यहाँ तक कि न अपनी पत्नी को और न ही अपनी बेटियों को दे सका।

बाईबल बिन बारिश के बादल के बारे में बताती हैं। हमे ऐसे लोगो के बारे में चेतावनी दी गई है जिनके पास अंदरूनी विजय नही होती, फिर भी वह वैसी विजय के बारे मे बातें करते है। और जब आप ऐसे कपटियों से बाते करते हो तो आप अवश्य ही अपने आप को शुद्ध रखो क्योंकि ऐसी आत्मा मे संक्रामक (छूत) की बिमारी होती है। जब आप दूसरो से बात करें तो आपको सावधानी बरतनी चाहिए। यदि आप पवित्र-आत्मा में नही चल रहे होंगे तो उनकी बात-चीत आपको नीचे की ओर घसीटेगी। वे बहुत बड़ी-बड़ी बातें कह सकते है परंतु सिर्फ वही परमेश्वर की सेवा में भागीदार हो सकते है जो अपने हर एक विचार मसीह के द्वारा करते हों।

जो रिश्तेदार धर्म को पहनने का ढोंग करते है वे खतरे का कारण बन सकते है। उनके विचारो से सावधान रहिए। धर्मपरायणता का रहस्य बहुत ही महान है। और इसके लिए सब सचेत रहें।

मैं एक ऐसे नौजवान को जानता हूँ जो अपनी चर्च मे प्रचार के लिए काफी उत्सुक रहता था और यही उसकी बर्बादी का कारण बनी। आकर्षण के पीछे मत भागिए क्योंकि एक प्रभावशाली मसीह जीवन हासिल करना बहुत कठिन बात है। उस बुराई से भी हमे अपने-आप को शुद्ध करना चाहिए जो दूसरों की आलोचना के सुनने से हम में प्रवेश करती हो। हमारे दोस्त भी परमेश्वर द्वारा चुने हुए हों। जिस उद्देश्य के लिए परमेश्वर आपको तैयार कर रहे हैं, वह बहुत ही महान उद्देश्य है। और शैतान आपको उस सही मार्ग से भटकाना चाहता है। परंतु जो परमेश्वर के जन हैं वो कभी भी उस मार्ग से नही भटकें जो परमेश्वर ने उन्हे दिखाया हो। बल्कि भटकने की बजाए उन्होने अपनी जान भी न्योछावर कर दी।


संदेश-उपदेश - http://lefi.org/hindi/HindiSermons.htm