लेमेन्स इवैंजलिकल फैलोशिप इंटरनैशनल

संदेश-उपदेश

 

हे यहोवा, तू मेरा परमेश्वर है।

 

हे यहोवा तू मेरा परमेश्वर है। मैं तुझे सराहूंगा, मैं तेरे नाम का धन्यवाद करूंगा, क्योंकि, तू ने अद्भुत कार्य किया हैं, तू ने प्राचीन काल की योजनाएं सच्चाई से पूर्ण की हैं। (यशायाह 25:1)

जीवित परमेश्वर - हमारा परमेश्वर हो, तो यह कितनी अद्भुत बात है! यहाँ नबी कहता है कि परमेश्वर ने प्राचीन काल से बनाई योजनाएं सच्चाई से पूर्ण की हैं। परमेश्वर की कृपा हमें नही भूलनी चाहिए। परमेश्वर हमारी सारी कठिनाइयों को सुलझाता है। मगर कितनी आसानी से, उन मुश्किलों को हम भूल जाते है। परमेश्वर कुछ लोगों को छूकर चंगा करते है। मगर जल्द ही वे लोग उसके बारे सब कुछ भूल जाते है। नहीं, परमेश्वर के कार्यों को हमें भूलना नहीं चाहिए। हमारा विश्वास, हमारी इमारतों की ऊंचाई पर आधारित हो। जब तुम खुश हो, तब तुम्हारा विश्वास दृढ़ रहता है। मगर जब तुम्हारे हाथ में एक बुरी खबर का तार पहुंचे, और सब कुछ तुम्हारे खिलाफ़ जा रहा हो, क्या तब भी, परमेश्वर पर तुम्हारा विश्वास अटल रहेगा?

परमेश्वर के वचन विश्वसनीय हैं। जब तुम एक जहाज में सफर कर रहे हो, क्या तुम को यकीन है कि तुम उस पार जरूर पहुँच पाओगे? जब तुम परमेश्वर के वचन को मानते हो, तो अन्तिम परिणाम के बारे में तुम सुनिश्चित रहोगे। स्विटजरलैण्ड और इटली के बीच खोदी गई अद्भुत सुरंग एक महान उपलब्धि है। पहाड़ों पर जाने के बजाय अब गाड़ियाँ सीधे नीचे सुरंग से पार कर सकती है। हाँ उस सुरंग को खोदते समय, दोनों राज्यों के लोगों को अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ा। जब दोनों तरफ के लोग मिलने ही वाले थे कि एक बहुत बुरी दुर्घटना हुई। एक आदमी खुदाई कर रहा था। अचानक पानी की तेज बौछार से खुदाई-यंत्र उस आदमी के आरपार छीद गया। वे एक महान उपलब्धि हासिल करने ही वाले थे, मगर देखने के लिए वह व्यक्ति जीवित रहा।

मनुष्य की सारी उपलब्धियों का अंतिम परिणाम कटुता ही है। मगर जब परमेश्वर कुछ कहेंगे तो, वह विश्वसनीय, सत्य और सनातन है। अगर तुम उसको मानोगे तो अनन्तकालीन प्रतिफल पाओगे। कई लोग बाइबल को अपने दिमाग तक ही सीमित रखते है। दिल में उतरने नही देते है। वह 'परमेश्वर के वचन को जानना' नही होता।

तेरा सम्पूर्ण वचन सत्य ही है, और तेरा हरेक धर्ममय नियम सनातन है। (भजन संहिता 119:160) हाँ, जब तुम परमेश्वर के वचन को मानते हो, तब उसका फल सनातन होगा। तुम साहस से भरे रहोगे क्यों कि तुम परमेश्वर के वचन का पालन कर रहे हो। कुछ लोग अपनी भावनाओं पर ही निर्भर रहते है। कलीसिया में ऐसे एक-दो लोगों को भी हम देख सकते है। बहुत फुर्ती से उनको इधर-उधर भागते देख सकते है। मगर एक महीने के बाद ये लोग कहीं नज़र नही आते। वे जीवित, है भी या नही, तुम जान नही पाओगे।

दोस्तों से आई कुछ चिट्ठ्ठियॉं आद्यात्मिक विकास को हानि पहुँचा सकती है। ... फलाने ने ऐसा किया। एक माँ, सुनी-सुनाई निन्दक और उड़ती अफवाहों को अपनी चिट्टी में लिखने का कष्ट क्यों करे? एक भाई या बहन, किसी दूसरे भाई को अनाध्यात्मिक और हानि पहुँचाने वाली बातें क्यों लिखे? ऐसा पत्र देखते ही, तुम्हारा सारा आनंद गायब हो जाता है। क्यों एक छोटी सी बुरी खबर तुम्हारे विश्वास को नाश करें? एक छोटी सी विपत्ति घटने के कारण, क्या परमेश्वर का वचन शून्य हो जायेगा? नही, मेरे प्रिय जन, परमेश्वर के वचन के साथ, सारे विषयों की परिगणना करना सीखो।

गिनती की पुस्तक 23 वें अध्याय में, एक आदमी के बोल को देखते हैं। पवित्र वचन में उस व्यक्ति को एक दुष्ट नबी ठहराया गया। बालाक द्वारा बिलाम ले जाया गया कि वह इस्राएलियों को शाप दे। उसने कहा, "मेरे लिए यहाँ पर सात वेदियाँ बनवा, और सात बछड़े चढ़ा।" क्योंकि बिलाम को नबूवत करनी थी, इसलिए वेदियाँ बनवाई गयीं। उसने क्या कहा?" परमेश्वर मनुष्य नहीं ... कि पछताए। क्या वह कुछ कहे, और उसे न करे? या क्या वह कुछ बोले, और उसे पूरा न करे? देख, मुझे तो आशिष देने की आज्ञा मिली है। जब कि वह (परमेश्वर) आशिष दे चुका है, तो मैं उसे रद्‌द नहीं कर सकता" (गिनती 23:19,20)" मैं उसे रद् नहीं कर सकता।" इस्राएलियों को शाप देने, वह राजा के साथ आया था। और बड़ी गूढ़ बात कहने लगा। "मैं क्या कर सकता हूँ? यहोवा इन लोगों को आशिष दे चुका है। मैं परमेश्वर के वचन को रद् नही कर सकता। क्या परमेश्वर एक मनुष्य है कि मैं उसका वचन बदल सकूँ। नहीं, वह परमेश्वर है। और परमेश्वर ने कहा - मैं उसे रद् नही कर सकता।"

प्रिय पाठक, हम परमेश्वर के वचन पर अपना विश्वास बनाये रखें। "परमेश्वर ने कहा है, परमेश्वर ने ही मुझे यह वादा दिया। वह मुझे नही छोड़ेंगे। वह उसे पूरा भी करेंगे।" उनका वचन विश्वसनीय और ना बदलने वाला है। एक पल में तुम्हारा ऐश्वर्य, गरीबी में बदल सकती है। मगर परमेश्वर बदलने वाले नही। उनकी योजनाएँ विश्वसनीय है। उनका वचन के अनुसार चलना सीखो। दोस्तों के कहने या रिश्तेदारों के लिखने का अनुसार ना  करो। परमेश्वर जो कहे - वैसा करें।

- जोशुआ दानिय्येल।