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यीशु मसीह के वचन
"पश्चाताप कर, परमेश्वर का राज्य निकट है।"
मत्ति (4:17)
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"परमेश्वर ने जगत
से इतना प्रेम किया कि अपना
इकलौता पुत्र दे दिया
कि जो कोई
उस पर विश्वास
करे वह नाश
न हो बल्कि
अनन्त जीवन पाए।"
- युहन्ना (३-१६)
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प्यारे दोस्तों,
आजकल
जब लोग डर और असुरक्षा की चिन्ता में पड़े हैं, आप इससे आज़ाद हो सकते हैं।
जीवित परमेश्वर आज भी लोगों से बातें कर रहे हैं। बहुत से मतों, धर्मों से और लम्बे समय से अपने को नास्तिक घोषित किये लोग जीवित
उद्धारकर्ता (यीशु मसीह) से मिल रहे हैं। शांति और सामर्थ आपकी पहुँच में है।
यीशु कहते हैं.." बोझ से दबे लोगो मेरे पास आओ, मैं तुम्हें विश्राम दूंगा।" मत्ति (11:28)
- जॉन दानिएल।
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